भिलाई।छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय (सीएसवीटीयू), भिलाई में 26 जून, 2024 को छठवें आईईईई अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन ऑन इलेक्ट्रिकल कंप्यूटर एंड और कम्यूनिकेशन टेक्नोलॉजी (आईसीईसीसीटी)-2024 के उद्घाटन समारोह का एक महत्वपूर्ण और प्रतिष्ठित आयोजन हुआ। इस समारोह में विभिन्न सम्मानित अतिथियों की उपस्थिति रही। जिनमें मुख्य अतिथि के रूप में श्री वीर सुरेन्द्र साई प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (वीएसएसयूटी) ओडिशा के कुलपति प्रो. बंसीधर माझी शामिल थे। समारोह में विद्युत विनियामक आयोग (सीएसईआरसी) के अध्यक्ष श्री हेमंत वर्मा और आईईईई मध्य प्रदेश अनुभाग के अध्यक्ष प्रो. गीतम सिंह तोमर की उपस्थिति ने भी समारोह को गौरवान्वित किया। प्रो. साद मेखिलेफ, प्रोफेसर इलेक्ट्रीकल रिनीवेबल एनर्जी, स्वीन बर्न युनिवर्सीटी आफ टेक्नोलॉजी आस्ट्रेलिया तथा भिलाई स्टील प्लांट (बीएसपी) के प्रभारी निदेशक श्री अनिरबन दासगुप्ता की गरीमामयी उपस्थिति रही। इस सम्मेलन की अध्यक्षता सीएसवीटीयू, भिलाई के कुलपति प्रो. एम. के. वर्मा द्वारा की गई। उनके नेतृत्व और दूरदर्शिता ने आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कार्यक्रम की शुरुआत यूटीडी सीएसवीटीयू, भिलाई के निदेशक प्रो. पी. के. घोष के स्वागत भाषण से हुई, जिन्होंने सभी विशिष्ट अतिथियों और प्रतिभागियों का अभिवादन किया। इसके बाद सीएसवीटीयू-फोर्टे के निदेशक डॉ. आर. एन. पटेल ने उपस्थित लोगों का हार्दिक स्वागत किया। डॉ. पटेल ने सम्मेलन के महत्व पर जोर दिया और कार्यशालाओं, प्रस्तुतियों, प्रतियोगिताओं, एक प्रदर्शनी, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और पर्यटन जैसी गतिविधियों की रूपरेखा से अवगत कराया। प्रो. गीतम सिंह तोमर ने तकनीकी प्रगति को आगे बढ़ाने में अनुसंधान के महत्वपूर्ण महत्व पर जोर दिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि अनुसंधान को स्नातकोत्तर और डॉक्टरेट स्तर तक सीमित नहीं किया जाना चाहिए, बल्कि स्नातक स्तर पर सक्रिय रूप से प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। प्रो. तोमर ने इस बात पर प्रकाश डाला कि स्नातक छात्रों के बीच अनुसंधान संस्कृति को बढ़ावा देना नवीन सोच को विकसित करने के लिए महत्वपूर्ण है। बीएसपी के प्रभारी निदेशक श्री अनिरबन दासगुप्ता ने बेहतर दुनिया के लिए कार्बन उत्सर्जन को कम करने और प्रदूषण को कम करने के महत्व को रेखांकित करते हुए स्थायी ऊर्जा प्रथाओं की ओर संक्रमण की आवश्यकता पर जोर दिया। श्री हेमंत वर्मा ने इस महत्वपूर्ण सम्मेलन के आयोजन के लिए सीएसवीटीयू की प्रशंसा की तथा अकादमिक चर्चा को बढ़ावा देने और तकनीकी प्रगति को आगे बढ़ाने में इसकी भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने इस क्षेत्र में एक प्रमुख शक्ति केंद्र के रूप में छत्तीसगढ़ के महत्व को भी रेखांकित किया। सीएसवीटीयू के प्रो-वाइस चांसलर प्रोफेसर संजय अग्रवाल ने अतिथियों का गर्मजोशी से स्वागत किया और विश्वविद्यालय की उन्नत सुविधाओं, जैसे ई-लाइब्रेरी और सुपर कंप्यूटिंग सुविधा के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने सीएसवीटीयू द्वारा प्रस्तुत निधि-आईटीबीआई कार्यक्रम और स्वयं पाठ्यक्रम पर भी प्रकाश डाला, जिसे शैक्षिक अवसरों को बढ़ाने और शोध प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन किया गया है। वीएसएसयूटी ओडिशा के कुलपति प्रोफेसर बंशीधर माझी ने जलवायु परिवर्तन और स्मार्ट ग्रिड सिस्टम जैसे प्रमुख विषयों पर बात की। उन्होंने विशिष्ट मुद्दों को संबोधित करने और नई तकनीकों को प्रदर्शित करने में सम्मेलन के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने शिक्षाविदों और शोधकर्ताओं को एक साथ लाने, एक ऐसा समुदाय बनाने में ऐसे सम्मेलनों के महत्व पर प्रकाश डाला, जहाँ प्रतिभागी एक-दूसरे से सीख सकें और एक साथ आगे बढ़ सकें। उन्होंने बताया कि ये आयोजन व्यक्तियों को अपने-अपने क्षेत्रों में अपने काम और प्रगति का आकलन करने के लिए मूल्यवान अवसर प्रदान करते हैं।
मुख्य प्रवक्ता प्रो साद ने पावर इलेक्ट्रॉनिक्स के बारे में जानकारी प्रदान की । उन्होंने एनर्जी एंड एनवायरनमेंट, स्थायी ऊर्जा तथा ऊर्जा संरक्षण से जुड़ी चुनौतीयों से अवगत कराया ।
कार्यक्रम पोस्टर और प्रोजेक्ट प्रतियोगिता के साथ जारी रहा। ये प्रतियोगिताएँ आईईईई सम्मेलन के विभिन्न सत्रों के साथ-साथ आयोजित की गईं, जिसमें चयनित प्रतिभागियों के काम को प्रदर्शित किया गया। सम्मेलन में क्षेत्र के विभिन्न विशेषज्ञों के साथ पैनल चर्चा भी शामिल थी, जिसमें उभरती प्रौद्योगिकियों और शोध निष्कर्षों पर गहन चर्चा को बढ़ावा दिया गया। इन सत्रों ने प्रतिभागियों को अग्रणी पेशेवरों के साथ जुड़ने, विचारों का आदान-प्रदान करने और अपनी परियोजनाओं पर मूल्यवान प्रतिक्रिया प्राप्त करने के लिए एक मंच प्रदान किया। आईईईई छठा अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन इलेक्ट्रिकल, कंप्यूटर और संचार प्रौद्योगिकी (आईसीईसीसीटी) 2024 एक सुव्यवस्थित कार्यक्रम था, जिसकी मेजबानी कंप्यूटर विज्ञान विभाग के व्याख्याता श्री अभिनव जगताप और बायोमेडिकल इंजीनियरिंग विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ. ऋचा साहू ने की। कार्यक्रम में पोस्टर और प्रोजेक्ट प्रतियोगिता सहित विभिन्न सत्र शामिल थे, और ईईई विभाग के सहायक प्रोफेसर श्री अखिलेश तिवारी द्वारा दिए गए धन्यवाद ज्ञापन के साथ इसका समापन हुआ।
समाचार क्रमांक 535
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