पंडरिया- समग्र शिक्षा अंर्तगत बालवाड़ी में अध्यापन कार्य कराने वाले शिक्षकों एवं महिला बाल विकास के आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिकाओं का तीन दिवसीय विकास खंड स्तरीय प्रशिक्षण का प्रारंभ हाईस्कूल पाढ़ी में हुआ। सर्वप्रथम मां सरस्वती के तैलचित्र का पूजन अर्चन करते हुए विकासखंड शिक्षा अधिकारी जीपी बनर्जी एवं खंड स्त्रोत समन्वयक अर्जुन चंद्रवंशी द्वारा प्रशिक्षण प्रारंभ किया गया।बीईओ श्री बनर्जी द्वारा बताया गया की बलवाड़ी शासन की एक महती योजना में से है।जिसमें 5 साल के छोटे बच्चों को भर्ती कर पूर्व प्राथमिक की शिक्षा प्रदान की जाती है।
ताकि 6 साल होने पर जब वह कक्षा पहली में भर्ती हो तो उसे कक्षा में बैठने एवं अन्य प्राथमिक ज्ञान पूर्व से ही प्राप्त हो सके।जिसके लिए राज्य सरकार द्वारा ऐसी शालाओं को जहां बालवाड़ी भी नजदीक हो का चयन कर बालवाड़ी प्रारंभ किया गया है। आंगनवाड़ी समीप होने पर शासन की अन्य योजनाओं का लाभ भी उन्हें प्रदान किया जाता है। उन्होंने बताया की छोटे बच्चे कच्ची मिट्टी के घड़े की तरह होते हैं,उन्हें जैसे आकार में डाला जाए वह उसी आकार में ढल जाते हैं।इसी कड़ी में खंड स्त्रोत समन्वयक अर्जुन चंद्रवंशी के द्वारा बताया गया कि सभी बालवाड़ी केंद्रो में रंग – रोगन साफ – सफाई एवं टीएलएम की आवश्यक व्यवस्था शासन स्तर पर किया जा चुका है यह तीन दिवसीय प्रशिक्षण बहुत ही आवश्यक है,जिससे बालवाड़ी में आने वाले बच्चों एवं उनके पालकों को निश्चित लाभ प्राप्त होगा। मास्टर ट्रेनर भागीरथी चंद्राकर द्वारा गतिविधि कराते हुवे प्रशिक्षण प्रदान किया गया। उक्त प्रशिक्षण में महिला बाल विकास के तीनों परियोजनाओं पंडरिया कुकदूर एवम कुंडा के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिकाओं सहित विकासखंड के समस्त बलवाड़ी के शिक्षकों द्वारा यह 3 दिवसीय प्रशिक्षण लिया जाना है। वर्तमान में 121 बलवाड़ी विकासखंड में संचालित है। मास्टर ट्रेनर देवलाल साहू एवम सागर के द्वारा विभिन्न गतिविधियों के द्वारा बहुत ही रोचक तरीके से प्रशिक्षण प्रदान किया गया। उक्त प्रशिक्षण समग्र शिक्षा अन्तर्गत आयोजित किया गया, जिसमे मुख्य रूप से विनोद गोस्वामी बीआरपी , कन्हैया चंद्राकर सीएसी पाढ़ी एवम दूजराम उपस्थित रहे।